सत्य, न्याय अपनाइए, देख तराजू तोल। सही-ग़लत को देखिए, अच्छाई अनमोल।। सत्य, न्याय अपनाइए, देख तराजू तोल। सही-ग़लत को देखिए, अच्छाई अनमोल।।
कर जंगल बर्बाद सब, बनते आज मकान।। पड़ती कुदरत मार जब, लाती हैं तूफान कर जंगल बर्बाद सब, बनते आज मकान।। पड़ती कुदरत मार जब, लाती हैं तूफान
श्रमिकों के संबंध में, ऐसे रचे विधान, शोषण गहरा और भी, होगा अब सुल्तान श्रमिकों के संबंध में, ऐसे रचे विधान, शोषण गहरा और भी, होगा अब सुल्तान
साथी कलम न छोड़िए, ताकत बने अपार। इसके बल से चल पड़े, सभी तरफ व्यापार।। साथी कलम न छोड़िए, ताकत बने अपार। इसके बल से चल पड़े, सभी तरफ व्यापार।।
जीवन का अंजाम है, होता सबका अंत । बनना सबको राख है, साधु और क्या संत ।। जीवन का अंजाम है, होता सबका अंत । बनना सबको राख है, साधु और क्या संत ।।
अरे फैशन तेरी क्या बतलाऊँ बात, तात तो दिखे माता जैसी माता दिखे तात। कपड़े घटते गए है अरे फैशन तेरी क्या बतलाऊँ बात, तात तो दिखे माता जैसी माता दिखे तात। कप...